Thursday, June 05, 2008

क्या प्यार ऐसा होता है ?

क्या प्यार ऐसा होता है
अंधेरों में रास्ता दिखाता
जब तुम सोचो कि तुम्हारे
पैरों के नीचे से धरती
खिसकी जा रही है
तब तुम्हारे पैरों के नीचे
अपने हाथ को रखता
सहारा देता
पीठ थपथपाता
सराहता
गुनगुनाता
जब नींद ना आए
तो लोरी सुनाता
बहलाता
सहलाता
जब तुम दर्द से
चीखना चाहो
तब होंठों पर
मुस्कान बिखराता
दर्द पर मरहम लगाता
जलते मन पर
हिम का फाहा बन
बिछ जाता
टूटे हृदय के
टुकड़ों को सहेजता
जोड़ता
नया बनाता
जब मृत्यु की चाहत हो
तब जिजीविषा जगाता
जीने के कारण गिनाता
बिखरे सपनों को
फिर से बुनता
दुःस्वप्नों में बन
एक मुस्कान है आता
आँखों में बन चमक
छा जाता
बन वर्षा की बूँदें
वीरान जीवन की
बंजर धरती पर
बौछारों सा आता
प्रेम से नहलाता
जीवन सजाता
आशाएँ छिटकाता
भटकन में
राहें दिखलाता
प्यासी आत्मा को
बन सुधा बूँदें
तृप्त कर जाता
यदि प्यार यह सब है
तो प्यार ही
जीवन का अमृत है।

घुघूती बासूती

21 comments:

  1. घुघूती जी,

    बहुत बढिया कविता, कवितायें समझने के मामले में जरा स्लो हूँ, लेकिन आपकी कविता समझ में भी आयी और पढने में अच्छा भी लगा ।

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  2. A loud clap for this poem. Nice one
    Rajesh Roshan

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  3. प्यार ही
    जीवन का अमृत है।

    -बिल्कुल सही है.

    इस उम्दा रचना के लिए बधाई.

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  4. यह कविता भी सही है। आपका पिछला नन्नी कली वाला लेख बहुत पसन्द आया था।

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  5. प्रेम की सुंदर अभिव्यक्ति... या यू कहु अति सुंदर

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  6. प्यार होता है प्रेमिका के भाईयों की मार जैसा
    या फिर प्रेमिका प्रदत्त उधार जैसा
    प्यार होता है ठुकाई हार्ड जैसा
    या फिर अनलिमिटेड क्रेडिट कार्ड जैसा
    प्यार होता है विकट सर्दी में सनबाथ जैसा
    या फिर जूली के मटुकनाथ जैसा
    मतलब ऐसा या वैसा
    कैसा कैसा
    पर होता है
    दिल में कुछ कुछ होता है
    जैसे होता है, हार्ट अटैक में
    वैसा ही होता है प्यार की टेक में
    प्यार कई बार होता है महंगे टमाटर सा
    दिखता है पर अफोर्ड नहीं कर सकते
    जमाये रहियेजी।

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  7. जी हाँ प्यार ऐसा ही होता है.

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  8. प्यार की सच्ची और और सुंदर परिभाषा.
    बहुत खूब.
    बेहतरीन लिखा आपने.
    बधाई.

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  9. जी हाँ बिल्कुल ऐसा ही होता है.

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  10. This comment has been removed by the author.

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  11. जी हाँ। प्यार की क्या सुन्दर अभिव्यक्ति है।

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  12. Anonymous3:43 pm

    kavita bahut makhmali lagi.
    lekin prem wastav me aisa hota hai,kehna mushkil hai.

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  13. Anonymous5:41 pm

    bahut hi khubsurat pyar ki paribhasha,atisundar

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  14. अगर ऐसा प्यार आप की जिन्दगी में है तो आप से ज्यादा खुशनसीब और कौन हो सकता है जी, बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ती

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  15. sach kaha aapne...pyaar bilkul aisa hi hota hai.

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  16. सुन्दर अभिव्यक्ति

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  17. जब मृत्यु की चाहत हो
    तब जिजीविषा जगाता
    जीने के कारण गिनाता
    बिखरे सपनों को
    फिर से बुनता
    दुःस्वप्नों में बन
    एक मुस्कान है आता...
    वाह-वाह घुघूती जी, बहुत अच्छा लिखा है।

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  18. Anonymous12:44 pm

    very nice poem... u really seem to be a literary soul...

    gud job :)

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  19. और जो जीवन से प्यार करता हैं
    उसे यह प्यार बरबस मिल ही जाता है.
    ये आज़माइश मुश्किल हो सकती है,
    लेकिन........
    मैं समझता हूँ जो ख़ुद को ही दे देने
    की खातिर तैयार है उसकी गलियों में
    ये गुलमोहर खिलता है....गाहे-ब-गाहे.
    =============================
    आपकी कविता शब्द से नहीं
    प्रेम-अनुराग से रची मालूम पड़ती है.
    बधाई
    डा.चंद्रकुमार जैन

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  20. बिल्कुल प्यार की खुशबू से लबरेज कविता है, जो मुझे थोडी देर के लिये स्व्प्नलोक मे लेकेर चली
    गयी थी,प्यार के बिना जीवन बहुत ही मुश्किल लगती है. प्यार करना आसान लगता है पर प्यार पाना मुश्किल यह सिर्फ नसिबवालो को हासिल होता है.

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  21. बिल्कुल प्यार की खुशबू से लबरेज कविता है, जो मुझे थोडी देर के लिये स्व्प्नलोक मे लेकेर चली
    गयी थी,प्यार के बिना जीवन बहुत ही मुश्किल लगती है. प्यार करना आसान लगता है पर प्यार पाना मुश्किल यह सिर्फ नसिबवालो को हासिल होता है.

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