tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post8601217485487979592..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: नाम में क्या धरा है? शेक्सपियर से नहीं, मुन्नी व शीला दो बहनों से पूछो।ghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger43125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-62573811315892981132010-12-24T16:04:04.321+05:302010-12-24T16:04:04.321+05:30मैं सोचता हूँ कि मुन्नी और शीला अगर दो देवियों के ...मैं सोचता हूँ कि मुन्नी और शीला अगर दो देवियों के नाम होते तो अब तक ऐसे गीत बनाने वालों का क्या हश्र होता ?शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-78783450472667606522010-12-24T13:56:18.472+05:302010-12-24T13:56:18.472+05:30एक और सुन्दर सारगर्भित पोस्ट. आभार.एक और सुन्दर सारगर्भित पोस्ट. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-48627969641056744422010-12-23T21:49:59.913+05:302010-12-23T21:49:59.913+05:30नमस्कार जी
बहुत खूबसूरती से लिखा है.नमस्कार जी <br />बहुत खूबसूरती से लिखा है.#vpsinghrajputhttps://www.blogger.com/profile/04480432808853552862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-15833369974534907202010-12-23T19:16:47.992+05:302010-12-23T19:16:47.992+05:30yes nam me ky rakha ha vese bhi hamare hindi song ...yes nam me ky rakha ha vese bhi hamare hindi song bina kisi lady ke naam ke bina nahi chal sakteAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-72978300097505367232010-12-23T14:35:09.995+05:302010-12-23T14:35:09.995+05:30नाम में क्या रखा है; रणछोड्दास छांछड् कहो या फुनस...नाम में क्या रखा है; रणछोड्दास छांछड् कहो या फुनसुख वांगडू, बस 'प्रतिभा' होनी चाहिएाजीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-20655207671424759022010-12-18T15:43:26.098+05:302010-12-18T15:43:26.098+05:30मुझे नहीं लगता कि गानों में नामों के इस्तेमाल से ऐ...मुझे नहीं लगता कि गानों में नामों के इस्तेमाल से ऐसी बड़ी भयंकर परेशानिया हो रही होंगी लड़कियों को.. जो विकृत मानसिकता के लोग हैं वो तो तो सीता और सावित्री नाम वाली लड़कियों को भी छेड़ेंगे और गंदे कमेन्ट पास करेंगे.. हाँ स्कूल-कॉलेज की मित्र मंडली में कोई इस नाम की लड़की हो तो उसको जरुर चिढाते हैं लोग.. लेकिन यह शुद्ध मौज-मस्ती के लिए होता है और लडकियां इसका बुरा भे नहीं मानती..<br /><a href="http://korea.scsatyarthi.in/" rel="nofollow">ब्लॉगिंग: ये रोग बड़ा है जालिम</a>Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-30034228054562184932010-12-18T15:43:24.329+05:302010-12-18T15:43:24.329+05:30मुझे नहीं लगता कि गानों में नामों के इस्तेमाल से ऐ...मुझे नहीं लगता कि गानों में नामों के इस्तेमाल से ऐसी बड़ी भयंकर परेशानिया हो रही होंगी लड़कियों को.. जो विकृत मानसिकता के लोग हैं वो तो तो सीता और सावित्री नाम वाली लड़कियों को भी छेड़ेंगे और गंदे कमेन्ट पास करेंगे.. हाँ स्कूल-कॉलेज की मित्र मंडली में कोई इस नाम की लड़की हो तो उसको जरुर चिढाते हैं लोग.. लेकिन यह शुद्ध मौज-मस्ती के लिए होता है और लडकियां इसका बुरा भे नहीं मानती..<br /><a href="http://korea.scsatyarthi.in/" rel="nofollow">ब्लॉगिंग: ये रोग बड़ा है जालिम</a>Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-8875223922826896032010-12-15T23:57:50.903+05:302010-12-15T23:57:50.903+05:30हम्म
या तो फ़िल्म वालों को इस तरह के नाम प्रयोग नह...हम्म<br />या तो फ़िल्म वालों को इस तरह के नाम प्रयोग नहीं करने चाहिये या फिर लोगों को वह नाम नहीं रखने चाहिये जो आगे चलकर फ़िल्म वाले प्रयोग कर लें...लेकिन अब कोई झंडू सिंह नाम भी रख ले तो भी बादनामी न होने की कोई गारंटी नहीं. स्टेट बैंक आफ पटियाला के एक MD का नाम तो गंडा सिंह भी था. नाम की जगह नंबर भी नहीं रखा जा सकता.. पहले ही जावेद अख्तर ने 1 से 13 पर माधुरी नचा दी थी.. आगे की गिनती की भी कौन गारंटी दे...<br />(हम्म मैं अभी भी सोच रहा हूं..अनिर्णीत)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-11052358065273365962010-12-15T22:30:23.588+05:302010-12-15T22:30:23.588+05:30नाम में कुछ नही रखा है फिर भी बहुत कुछ बदल जाता है...नाम में कुछ नही रखा है फिर भी बहुत कुछ बदल जाता है। सही है कि पप्पू भाई तो चल गए मगर मुन्नी और शीला का चलना भी दूभर हो रहा है..बहुत सुंदर व्यंग...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-28101039008451157762010-12-14T19:09:25.531+05:302010-12-14T19:09:25.531+05:30सिद्धार्थ जी से सहमत।सिद्धार्थ जी से सहमत।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-53574985314807261672010-12-13T21:33:37.818+05:302010-12-13T21:33:37.818+05:30ओह ! बिन किसी गलती के... भाग्य का खेल !ओह ! बिन किसी गलती के... भाग्य का खेल !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-8408391026569991162010-12-13T17:56:14.554+05:302010-12-13T17:56:14.554+05:30नाम में तो बहुत कुछ रखा है पर एक और नाम जो मेरे ज़ह...नाम में तो बहुत कुछ रखा है पर एक और नाम जो मेरे ज़हन में इन दोनों गीतों को सुनकर उठा था, वह था "मोनिका"<br />सोचने पर लगा कि भैया जब यह गाना आया होगा तो बड़ा ही भूचाल मचा होगा ऐसे नाम वाली लड़कियों के दिल में तो... पर फिर मेरे एक करीबी रिश्तेदार हैं जिनका नाम यही है और किसी को कोई आपत्ति भी नहीं है..<br />इसलिए मुझे लगता है कि सब वक्त की आंधी में बह जाते हैं.. कोई फर्क नहीं पड़ता है.. <br />वैसे यह बात भी सही है कि २ दिन की चांदनी में सब आना चाहते हैं लाईम-लाइट में... तो हो सकता है कि ये दोनों बहनें भी वह कोशिश में सफल रही हों...<br /><br />आभारPratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-91774267875365523212010-12-13T14:06:25.789+05:302010-12-13T14:06:25.789+05:30किन्तु नवीं मुम्बई तो उत्तर भारत सी ही है.
घुघूती ...किन्तु नवीं मुम्बई तो उत्तर भारत सी ही है.<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-30292968789812454102010-12-13T14:04:15.131+05:302010-12-13T14:04:15.131+05:30हो सकता है कि मुन्नी व शीला ख्याति के लिए समाचार प...हो सकता है कि मुन्नी व शीला ख्याति के लिए समाचार पत्र में पहुँची हों किन्तु जिस भी स्त्री को अपनी किशोरावस्था याद हो वह शायद मुन्नी व शीला का कष्ट समझ पाएं.वे दिन, जब सड़क पर जाना समरभूमि में जाने सामान होता था.निकलने से पहले एक मानसिक कवच व ढाल भी साथ लेनी होती थी.जिन सौभाग्यशालियों को इसका सामना नहीं करना पडा हो वे नहीं समझ सकेंगी.उनसे बस ईर्ष्या ही की जा सकती है.<br />वैसे व्यक्ति कहाँ रहता है उससे भी वह इस बात को समझ या नहीं समझ सकता.मुम्बई में यह होना विचित्र लगता है किन्तु नवीं मुम्बई तो उत्तर भारत ही है.शायद ठाणे के भी यही हाल हों.<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-84415898593232664322010-12-13T09:26:53.944+05:302010-12-13T09:26:53.944+05:30बेहतरीन पोस्ट ........बहुत सटीक आलेख/....बेहतरीन पोस्ट ........बहुत सटीक आलेख/....पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-61457473522754957882010-12-13T08:46:24.395+05:302010-12-13T08:46:24.395+05:30जीबी ,
ये तो मुमकिन नहीं कि दोनों बहने एक साथ रहती...जीबी ,<br />ये तो मुमकिन नहीं कि दोनों बहने एक साथ रहती हों और एक साथ तंग की गईं हों , बच्चों वाली हैं सो अलग अलग रहती होंगी और उनके नाम भी अलग अलग समय और स्थान में गाये गए होंगे पर न्यूज से ऐसा लगता है कि वे अब भी एक ही परिवार में हैं और एक साथ तंग की गईं हैं ?<br /><br />मुझे तो यह बात ख्याति के लिए एक 'न्यूजपेपरीय' स्टंट सी लगी वर्ना गाने तो आते जाते रहते हैं ! मुन्नी बदनाम वाला गाना मूलतः २५-३० वर्ष पहले से सार्वजानिक तौर पर , 'नसीबन' के लिए गाया जाता रहा है , अत्यंत कामुक अंदाज में गए इस गीत से कितनी सारी ऐसी महिलायें भी तंग होती रही हैं जिनका नाम नसीबन नहीं है , तो क्या इन पर भी कोई न्यूज बनी ?<br /><br />और हाँ ...'बेनाम' के गानों से तंग होने वाली करोड़ों लड़कियों पर वो न्यूज पेपर कोई न्यूज बनाए ऐसी उम्मीद मत पालियेगा क्योंकि न्यूज पेपर्स गीतों और नामों के साम्य वाले स्टंट के स्तर से बाहर नहीं आ पाए हैं अभी !<br /><br />लड़कियों से छेड़छाड़ वाकई में एक गंभीर समस्या है और उसके सामने , मुन्नी , चुन्नी ,शीला ,जमीला ,पारो वगैरह के नाम से , सस्तेपन / हल्केपन / मसखरेपन जैसे अंदाज में पेश नहीं आना चाहिए !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-66794295999477144022010-12-12T22:35:32.886+05:302010-12-12T22:35:32.886+05:30बहुत ही खुबसूरत रचना...मेरा ब्लागः"काव्य कल्प...बहुत ही खुबसूरत रचना...मेरा ब्लागः"काव्य कल्पना" at http://satyamshivam95.blogspot.com/ मेरी कविताएँ "हिन्दी साहित्य मंच" पर भी हर सोमवार, शुक्रवार प्रकाशित.....आप आये और मेरा मार्गदर्शन करे......धन्यवादEr. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-39131525791014177452010-12-12T18:12:13.149+05:302010-12-12T18:12:13.149+05:30बहुत सटीक आलेख !बहुत सटीक आलेख !अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-67888168758900884842010-12-12T12:13:29.804+05:302010-12-12T12:13:29.804+05:30बड़ी बिचित्र समस्या है यह। समाधान कोई दिखता ही नही...बड़ी बिचित्र समस्या है यह। समाधान कोई दिखता ही नहीं। बस समय के साथ जब मुन्नी-शीला के स्थान पर कोई दूसरा नंबर हिट हो जाएगा तो पब्लिक इसे धीरे-धीरे भुला देगी।<br /><br />एक अपरिहार्य असहजता के चक्कर में इन्हें कुछ समय तक उलझा रहना पड़ेगा।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-79414092953754694322010-12-12T12:04:25.302+05:302010-12-12T12:04:25.302+05:30उन लडकियों या औरतों की व्यथा और मन:स्थिती की कल्प...उन लडकियों या औरतों की व्यथा और मन:स्थिती की कल्पना करते हुये भी दुख होता है जिनका रास्ते पर चलना भी मुहाल हो गया है। क्या सिनेमा वालों ने पूरी शर्म उतार कर नाली मे फेंक दी है? ऐसा भोंडा शरीर प्रदर्शन कर ये नायिकायें क्या साबित करना चाहती है? ये नारी जाति पर् कलंक हैं। नाम मे बहुत कुछ है जो इन लोगों ने सस्ता कर दिया नाम की गरिमा को। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-73143145719371558962010-12-12T10:45:28.385+05:302010-12-12T10:45:28.385+05:30ये तो आप ने एक दम ठीक लिखा है मित्र|ये तो आप ने एक दम ठीक लिखा है मित्र|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-20603082823408816862010-12-12T09:18:55.748+05:302010-12-12T09:18:55.748+05:30मैडम,
आपकी पोस्ट पढ़ता जरूर हूँ और बहुत प्रभावित भ...मैडम,<br />आपकी पोस्ट पढ़ता जरूर हूँ और बहुत प्रभावित भी होता हूँ, कमेंट करने की हिम्मत बहुधा नहीं जुटा पाता। आप पहले ही सब कुछ इतने सलीके से कह चुकी होती हैं कि सहमत होने के अलावा और कुछ सूझता ही नहीं और ऐसे कमेंट्स मेरी नजर में सिर्फ़ गिनती बढ़ाते हैं, जिसकी आप की नजर में कोई वैल्यू नहीं है।<br />आज भी सहमत ही हूँ, बल्कि एक दो उदाहरण और देता हूँ। आप खुद पंजाब से और यहाँ की संस्कृति से परिचित हैं, कितअने ही पुराने गानों में ’बिल्लो’ जैसे नामों का इस्तेमाल सुन रखा होगा आपने। कुछ समय पहले तक टीवी में 'HARI SADHU' नाम पर एक एड आती थी। और फ़िर छेड़ाखानी करने वालों के लिये यह एकमात्र क्राईटेरिया नहीं है, जिसने यह गंदगी फ़ैलानी ही है वो तरीके भी ईजाद कर लेते हैं। व्यक्ति विशेष को फ़र्क जरूर पढ़ता है ऐसी बातों से, लेकिन इसका कोई ईलाज भी नहीं दिखता। नाम से फ़र्क तो पड़ता है, लेकिन इस दुनिया में हर किसी को हम लोग गाईड नहीं कर सकते। अकेली चीज जो अपने हाथ में है, खुद को कंट्रोल करना, खुद को बदलना जिसके लिये अपने विवेक का प्रयोग करना चाहिये।<br />ऐसे गीतकारों को सही मायने में तो गीतकार ही नहीं मानता मैं, तो सपोर्ट करने का सवाल ही नहीं उठता। समय के साथ ऐसे गीतों(?) का क्या हश्र होता है, हम सब जानते हैं।<br />आपका लिखा पढ़्कर लगता है कि कुछ पढ़ा है, पठनीय सा।<br />आभार स्वीकार करें।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-52745262331930189572010-12-12T09:16:59.616+05:302010-12-12T09:16:59.616+05:30भारत में नाम ही बहुत कुछ है ..यहाँ तो देवी देवताओं...भारत में नाम ही बहुत कुछ है ..यहाँ तो देवी देवताओं के सहस्र नाम तक हैं!<br />मुन्नी शीला के नामों के अभिशाप की आपकी आपकी यह गाथा सामयिक विडम्बनाओं के प्रति आगाह कर रही है !<br />अब कौन परिवार इन नामों को अपने यहाँ प्रश्रय देगा ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-10705433045006629992010-12-12T09:14:05.904+05:302010-12-12T09:14:05.904+05:30भारत में नाम ही बहुत कुछ है ..यहाँ तो देवी देवताओं...भारत में नाम ही बहुत कुछ है ..यहाँ तो देवी देवताओं के सहस्र नाम तक हैं!<br />मुन्नी शीला के नामों के अभिशाप की आपकी आपकी यह गाथा सामयिक विडम्बनाओं के प्रति आगाह कर रही है !<br />अब कौन परिवार इन नामों को अपने यहाँ प्रश्रय देगा ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-928988944671175512010-12-12T06:52:30.130+05:302010-12-12T06:52:30.130+05:30आपने एकदम बजा फ़रमाया जी। शेक्सपियर से मुन्नी-शीला-...आपने एकदम बजा फ़रमाया जी। शेक्सपियर से मुन्नी-शीला-पप्पू तक उतरा हुआ समाज अब स्पष्ट नज़र आने लगा है।<br />और नाम में क्या रखा है ये तो हमारे नाम से भी ज़ाहिर है। हा हा। <br />एकदम सटीक तन्क़ीद है यह आपकी।<br />नमस्कार।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.com