tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post854745649242530132..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: और कुन्टा किन्टे सफल हो गयाghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-15309910536969195472009-06-26T15:03:37.257+05:302009-06-26T15:03:37.257+05:30संवेदना की प्रस्तुति अत्यन्त सुंदर है।
सत्यमेव जय...संवेदना की प्रस्तुति अत्यन्त सुंदर है।<br /><br />सत्यमेव जयतेSuresh Kumar Shuklahttps://www.blogger.com/profile/05394524544849265309noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-85600397395449871162009-01-26T12:34:00.000+05:302009-01-26T12:34:00.000+05:30दोस्तों, देश मै वर्तमान हालत के चलते एक बहुत बड़ी ...दोस्तों, देश मै वर्तमान हालत के चलते एक बहुत बड़ी तादात ऐसे युवाओ की तैयार हो रही है !जो स्वयम के हित साधने के लिए सारे नियम ताक पर रखने को तैयार है !हम सारे देश को नहीं सुधार सकते ,परन्तु स्वयम के कर्तव्यो का सात्विकता से पालन कर अपने आस -पास के लोगो के सामने आदर्श प्रस्तुत कर सकते है आइये इस गणतंत्र दिवस पर देश हित मै स्वयम के निमित्त संकल्प ले ! "सुधरे व्यक्ति ,समाज व्यक्ति से ,राष्ट्र स्वयम सुधरेगा ! जय हिंदसुनील सुयालhttps://www.blogger.com/profile/17785096342193730142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-4955352221505624782009-01-26T09:21:00.000+05:302009-01-26T09:21:00.000+05:30हाँ सच तो आपने कहा ही,मगर इस अवसर को मैंने अपनी मा...हाँ सच तो आपने कहा ही,मगर इस अवसर को मैंने अपनी मायूसी ही बना लिया.......मन करने लगा है कि क्या भारत में भी ऐसा ही कुछ सम्भव है........कि यहाँ की संतप्त और प्रताडित आम जनता मुख्यधारा में शामिल होकर अपने अपमानजनक जीवन के दर्द को मेट सके.......जीवन में खुशियों के चंद लम्हों को पा सके........!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-22508146192154015282009-01-24T10:30:00.000+05:302009-01-24T10:30:00.000+05:30एक बराक ओबामा के राष्ट्रपति बनने से कुन्टा किन्टे ...एक बराक ओबामा के राष्ट्रपति बनने से कुन्टा किन्टे सफ़ल नहीं हो गया। 'चले चलो के वो मन्ज़िल अभी नहीं आई'।Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-34661938928458991762009-01-22T18:47:00.000+05:302009-01-22T18:47:00.000+05:30एक वह देश है जो अपने स्वाभिमान का परचम विश्व मै फे...एक वह देश है जो अपने स्वाभिमान का परचम विश्व मै फेहरा रहा है !और वहा के नागरिक अपनी भूलो का प्रयाशचित कर इक अश्वेत को सर्वोच्च पद पर आसीन कर रहे है इक हमारे नेता और मीडिया वाले बजाय अपनी कमियों को दूर करने के उनका कोरा स्तुति गान कर रहे है !सुनील सुयालhttps://www.blogger.com/profile/17785096342193730142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-58725598489661269552009-01-22T11:11:00.000+05:302009-01-22T11:11:00.000+05:30बस इतनी दुआ है कि ओबामा ओबामा भी रहें, सिर्फ अमेरि...बस इतनी दुआ है कि ओबामा ओबामा भी रहें, सिर्फ अमेरिका के राष्ट्रपति न हो जाएं...<b>विवेक</b>https://www.blogger.com/profile/07114599563006543017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-306790577041570602009-01-22T07:46:00.000+05:302009-01-22T07:46:00.000+05:30लेकिन सत्ता सब को पचती नही . बहक जाते है सत्तामद म...लेकिन सत्ता सब को पचती नही . बहक जाते है सत्तामद मे . ओबामा इन सत्ता के साइड अफेक्ट से बचे रहे .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-23778527919476309432009-01-22T01:50:00.000+05:302009-01-22T01:50:00.000+05:30Amen !Amen !लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-53701317242057922232009-01-22T01:22:00.000+05:302009-01-22T01:22:00.000+05:30प्रसन्नतापूर्वक जीने क लिए भले ही हम हिन्दुस्ता...प्रसन्नतापूर्वक जीने क लिए भले ही हम हिन्दुस्तानियों को एक 'राजा' जस्री होता है किन्तु यह भी सच है कि हमने ही राजाओं के ताज उतारे हैं।<BR/>आपके आशावाद में मेरी भी आवाज मिलती हुई है। हम 'मूल्यों को जीने वाले' वो लोग हैं तो चाहकर भी अपनी जडों से दूर नहीं हो सकते, अपनी मूल प्रवृत्तियों को छोड नहीं सकते।<BR/>सो, जैसा आप सोच रही हैं, चसह रही हैं, वैसा होगा। यकीनन होगा। मुमकिन हो कि उस दिन आप-हम न हों लेकिन उससे क्या। हमारी चाहत हकीकत में बदले, हम हों, न हों।<BR/>आमीन।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-60621313405770103562009-01-21T23:21:00.000+05:302009-01-21T23:21:00.000+05:30Sahi keh rahi hain, isliye ye sab ko history banne...Sahi keh rahi hain, isliye ye sab ko history banne se pehli hi history event mana jaane laga. Ye aadmi ek nayi sambhavana to jagayega hi naya aatvishvash bhi dega. Obama apni yogyata ke bal per aur kuch Bush ki galat nitiyon ki vajah se jeete Lekin India me Aise hi Dalit ya koi aur Apni yogyata ke bal per aaye tabhi baat ho na ki jaatigat ya gathjor ki rajniti ke chalte.Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-55227820859186133612009-01-21T22:37:00.000+05:302009-01-21T22:37:00.000+05:30बहुत सुंदर लिखा.धन्यवादबहुत सुंदर लिखा.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-86877587936335955482009-01-21T22:36:00.000+05:302009-01-21T22:36:00.000+05:30bahut achcha likha hai.bahut achcha likha hai.Neeraj Badhwarhttps://www.blogger.com/profile/15197054505521601188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-58847113652555056502009-01-21T20:46:00.000+05:302009-01-21T20:46:00.000+05:30अच्छा लगा आपकी पोस्ट पढ़ना। ओबामा क्या कर सकते हैं ...अच्छा लगा आपकी पोस्ट पढ़ना। ओबामा क्या कर सकते हैं यह तो समय बतायेगा लेकिन फ़िलहाल आशा करने के सिवाय और कोई चारा भी नहीं है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-74363829610757215992009-01-21T20:25:00.000+05:302009-01-21T20:25:00.000+05:30ओबामा की विजय में मुझे उस दिन की आशा भी दिख रही है...<I>ओबामा की विजय में मुझे उस दिन की आशा भी दिख रही है जब भारत में भी कोई दलित या कोई स्त्री केवल अपने बल पर गगन चूमेंगे। इउस दिन की आशा भी दिख रही है जब भारत में भी कोई दलित या कोई स्त्री केवल अपने बल पर गगन चूमेंगे। इसके लिए न तो उसे कोई नया क्रान्तिकारी दल बनाना होगा और न ही दलित या स्त्री मतदाताओं को अपनी ओर अपने दलित या स्त्री होने के कारण खींचना होगा। केवल अपने बल पर वह मुख्यधारा की राजनीति में अपना स्थान बना पाएँगे। वे केवल अपनी योग्यता के बल पर कुछ कर पाएँगे न कि किसी की बेटी,बहू या पत्नी होने के कारण या फिर अपनी जाति के कारण पदासीन होंगे।</I><BR/><BR/>काश आपकी यह आशा पूरी होने पाती। लेकिन भारतीय समाज अभी इसके लिए तैयार नहीं दिख रहा है। बल्कि बहुत तेजी से इसकी विपरीत दिशा में जा रहा है। अम्बेडकर, नेहरू-गान्धी परिवार, वी.पी.सिंह, अर्जुन सिंह, अटलबिहारी वाजपेयी, कांशीराम, मायावती, आदि सभी इस आशा को कालकोठरी में बन्द करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहे हैं। ताजा उदाहरण मदरसा बोर्ड को दी जा रही मान्यता है।<BR/><BR/>भारत में जो लोग वोट डालने जाते हैं उनमें से कितनों पर <B>ओबामा-इफेक्ट</B> काम करेगा यह सहज ही समझा जा सकता है।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-62270512649600901522009-01-21T19:58:00.000+05:302009-01-21T19:58:00.000+05:30आपने रूट्स याद दिलाई - अच्छा लगा।आपने रूट्स याद दिलाई - अच्छा लगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-37671421848794129102009-01-21T19:16:00.000+05:302009-01-21T19:16:00.000+05:30लेख तो बहुत अच्छा है ।ओबामा से सारी दुनिया को उम्म...लेख तो बहुत अच्छा है ।<BR/>ओबामा से सारी दुनिया को उम्मीदें है ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17320191855909735643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-32691948966796101292009-01-21T18:26:00.000+05:302009-01-21T18:26:00.000+05:30काश वो दिन भी जल्दी आये, जब बिना किसी लिंग भेदभाव ...काश वो दिन भी जल्दी आये, जब बिना किसी लिंग भेदभाव और योग्यता के अनुरुप पद मिल सके. आशा पर ही दुनियां कायम है.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-41538211900488535992009-01-21T18:04:00.000+05:302009-01-21T18:04:00.000+05:30सामयिक सन्दर्भ को जीवन्तता से अपनी संवेदना से तृप्...सामयिक सन्दर्भ को जीवन्तता से अपनी संवेदना से तृप्त कर दिया है आपने. <BR/>उल्लेखनीय प्रविष्टि.Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-10931630655122732052009-01-21T17:14:00.000+05:302009-01-21T17:14:00.000+05:30यही एक उम्मीद है जो आशाओं को जगाये रखती है ...बहु...यही एक उम्मीद है जो आशाओं को जगाये रखती है ...बहुत सुंदर लिखा आपने इस पर .परिवर्तन बदलाव की उम्मीद नही छोडनी चाहिएरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-52998258587401091622009-01-21T16:35:00.000+05:302009-01-21T16:35:00.000+05:30लेख तो बहुत अच्छा है । ओबामा से सारी दुनिया को उ...लेख तो बहुत अच्छा है ।<BR/> ओबामा से सारी दुनिया को उम्मीदें है । देखें वो कितना सफल होते है ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-3313824537685502152009-01-21T15:27:00.000+05:302009-01-21T15:27:00.000+05:30sambhavnayein nazar aane lagi hain, jahan ummidein...sambhavnayein nazar aane lagi hain, jahan ummidein bhi nahin thi. sahmat hoon aapse, shayad ek din har koi uth kar apne hisse ka aasman chhoo sake. aameen.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-3373063283295259412009-01-21T15:18:00.000+05:302009-01-21T15:18:00.000+05:30यह एक नये समय की शुरूआत है, नये सपनों को पंख लगने ...यह एक नये समय की शुरूआत है, नये सपनों को पंख लगने का दौर है।Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-86650279673474838722009-01-21T15:02:00.000+05:302009-01-21T15:02:00.000+05:30संभावनाओं में ही जीवन की नियति छुपी है.........बरा...संभावनाओं में ही जीवन की नियति छुपी है.........बराक ओबामा की जीत को एक नयी संभावना के साथ जोड़ कर आपने एक नयी दिशा, नई उष्मा दी हैदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-42791131614704999462009-01-21T14:49:00.000+05:302009-01-21T14:49:00.000+05:30बहुत सी उम्मीदें जागी हैं ओबामा की जीत है- एक नये ...बहुत सी उम्मीदें जागी हैं ओबामा की जीत है- एक नये युग की परिकल्पना की जा रही है. देखिये, किस ओर जाती है ये दुनिया अब...<BR/><BR/>बहुत अच्छा आलेख.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-12364554480677597392009-01-21T13:50:00.000+05:302009-01-21T13:50:00.000+05:30शायद अब जब मैं फिर से रूट्स पढ़ूँ तो आँखों में आँसू...शायद अब जब मैं फिर से रूट्स पढ़ूँ तो आँखों में आँसू न आएँ, गला रूँध ना जाए,मैं कुन्टा किन्टे को चुपके से यह कह सकूँ कि हिम्मत ना हारो,किज़ी,तुम्हारी बेटी की आने वाली पीढ़ियाँ, तुम्हारे उत्तराधिकारी आकाश की ऊँचाइयाँ छूएँगे। उसके वे उत्तराधिकारी जो अमेरिका में हैं, अफ्रीका में हैं, भारत में हैं और संसार की आधी जनसंख्या भी हैं।<BR/><BR/>Hume achhe ki hi ummid karni chahiya....Vineeta Yashsavihttps://www.blogger.com/profile/10574001200862952259noreply@blogger.com