tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post8748886686199410059..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: लुढ़कते पत्थरghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-27357275801778065502011-02-25T23:15:21.130+05:302011-02-25T23:15:21.130+05:30भाउकता में लिखी सच्ची-सच्ची बातें गहरा प्रभाव डालत...भाउकता में लिखी सच्ची-सच्ची बातें गहरा प्रभाव डालती हैं। डाक्टर साहब जैसे लोग धरती में कम हैं। यह सौभाग्य है कि हम उन्हें महसूस कर पाते हैं। ये पाये जाते रहें इसके लिए हमें उन्हें महसूस करने लायक अच्छा तो बनना ही पड़ेगा।<br />आपकी पोस्ट पढ़कर याद आया कि आज ही सुबह, बहुत दिनो बाद गौरैया का जोड़ा दिखा था।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-82650454168072853992011-02-25T18:49:43.307+05:302011-02-25T18:49:43.307+05:30ैआप सदा खुश रहें यही प्रार्थना है। दुख मे सुख तलाश...ैआप सदा खुश रहें यही प्रार्थना है। दुख मे सुख तलाश लेना ही जीवन है। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-91976773596008003942011-02-24T12:00:29.449+05:302011-02-24T12:00:29.449+05:30आस पड़ोस ही नहीं इस जीवन के ही सारे सुख दुःख अस्थाई...आस पड़ोस ही नहीं इस जीवन के ही सारे सुख दुःख अस्थाई हैं | सुख दुःख के बीच संतुलन बनाते हुए जीना ही जीवन्तता है | कविवर पन्त के शब्दों में -<br /><br /> मैं नहीं चाहता चिर दुःख मैं नहीं चाहता चिर सुख<br />मानव जीवन बाँट जाए<br />सुख दुःख में औ दुःख सुख में |hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-71322362379062114722011-02-23T18:17:29.809+05:302011-02-23T18:17:29.809+05:30नमस्कार, आज आप के ब्लाग के बारे में राजस्थान पत्रि...नमस्कार, आज आप के ब्लाग के बारे में राजस्थान पत्रिका के रंगीन पेज पर बहुत अच्छा सा आार्टिकल छपा है ! आप पढ़ियेगा जरुर ! <br /><br />अनजानअनजानhttp://www.rajsamanddistrict.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-3661085621147268962011-02-22T13:07:06.830+05:302011-02-22T13:07:06.830+05:30वर्तमान में रहिये ना कबूतरों की तरहवर्तमान में रहिये ना कबूतरों की तरहRajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-9209753740507975722011-02-22T12:43:13.472+05:302011-02-22T12:43:13.472+05:30यह सब पढ़कर लगा आपकी जिन्दगी में काफी विस्तार ...यह सब पढ़कर लगा आपकी जिन्दगी में काफी विस्तार है...लेकिन अतीत को कितना ढोए आदमी, आज अभी से गले मिलने के लिये जरूरी है कि उससे सिर पर रखा बोझ कहीं फेंककर मिलें, नहीं ??Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-50414790532766073712011-02-16T07:05:49.081+05:302011-02-16T07:05:49.081+05:30महादेवी वर्मा की याद आ गई....उनकी गिल्लू,गौरा, मोत...महादेवी वर्मा की याद आ गई....उनकी गिल्लू,गौरा, मोती और तमाम साथी...वर्षाhttps://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-55416572426325202652011-02-14T13:48:37.139+05:302011-02-14T13:48:37.139+05:30डाक्टर साहब जैसी भद्र व्क्यक्तियों पर ही धरा का ...डाक्टर साहब जैसी भद्र व्क्यक्तियों पर ही धरा का अस्तित्वा बना हुआ हैगिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-27028648961314070772011-02-12T20:00:15.355+05:302011-02-12T20:00:15.355+05:30यायावर होन अच्छी बात है..................ज्ञान का ...यायावर होन अच्छी बात है..................ज्ञान का विस्तार होता है।<br /><br /><br />मैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओरhttps://www.blogger.com/profile/01360818390523348171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-36707318197369593692011-02-12T20:00:12.903+05:302011-02-12T20:00:12.903+05:30यायावर होन अच्छी बात है..................ज्ञान का ...यायावर होन अच्छी बात है..................ज्ञान का विस्तार होता है।<br /><br /><br />मैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओरhttps://www.blogger.com/profile/01360818390523348171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-64099076221593580882011-02-11T18:21:37.029+05:302011-02-11T18:21:37.029+05:30शहरों का भी चरित्र होता है और वह चरित्र लोगों और आ...शहरों का भी चरित्र होता है और वह चरित्र लोगों और आपके अनुभव से ही बनता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-78909709643493232232011-02-11T17:36:06.077+05:302011-02-11T17:36:06.077+05:30१२ मंजिल चढ़कर आया डॉक्टर !
यह तो अपने आप में ही एक...१२ मंजिल चढ़कर आया डॉक्टर !<br />यह तो अपने आप में ही एक प्रेरणात्मक उदाहरण है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-78223687278592829052011-02-11T16:52:25.608+05:302011-02-11T16:52:25.608+05:30किसी ने अपने ब्लॉग पर आप की टिप्पणी पर सक जाहिर क...किसी ने अपने ब्लॉग पर आप की टिप्पणी पर सक जाहिर किया था आप ने उसका भी जवाब दे दिया है वही पर और नारी ब्लॉग पर भी |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-41798367391495487602011-02-11T13:37:55.491+05:302011-02-11T13:37:55.491+05:30अंशुमाला, मुझे तो यह बात पता नहीं कि कोई और घुघूती...अंशुमाला, मुझे तो यह बात पता नहीं कि कोई और घुघूती बासूती के नाम से टिपिया रहा है। वैसे मेरा भी यह छद्म नाम ही है किन्तु अब यह मेरा पर्याय बन गया है। मैं तो बहुत समय से बहुत कम ही टिप्पणी कर रही हूँ। नेट पर लिखना पढ़ना कम हो गया है।<br />यदि कहीं शक हो रहा है तो कृपया लिंक दीजिए। आभार।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-74628517621044708752011-02-11T12:59:29.731+05:302011-02-11T12:59:29.731+05:30बेहद रोचक पोस्ट …………डाक्टर साहब को नमन्……………शायद ऐ...बेहद रोचक पोस्ट …………डाक्टर साहब को नमन्……………शायद ऐसे लोगो के कारण ही मानवता ज़िन्दा है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80661083210729149552011-02-11T11:17:30.002+05:302011-02-11T11:17:30.002+05:30यायावरी के अपने फायदे और नुकसान ...
रोचक ..!यायावरी के अपने फायदे और नुकसान ...<br />रोचक ..!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-70617744691238568392011-02-11T09:31:17.038+05:302011-02-11T09:31:17.038+05:30रोचक आलेख।रोचक आलेख।पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-10664315081060490802011-02-11T09:19:19.639+05:302011-02-11T09:19:19.639+05:30Welcome!! Welcome!! Welcome!!
तो हमने बुला ही लिय...Welcome!! Welcome!! Welcome!!<br /><br />तो हमने बुला ही लिया आपको,अपनी तरफ:):)<br /><br />आप जहाँ भी रहेंगी, सकारात्मकता ढूंढ ही लेंगी....क्यूंकि वो तो आपके अंदर है<br />चलिए...अब कुछ और नए नए विषय पर पोस्ट पढने को मिलेगी..फायदा हमारा ही है.:)rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-7897116361154716722011-02-11T08:18:19.824+05:302011-02-11T08:18:19.824+05:30वेलकम! :)वेलकम! :)अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-34518355627332494612011-02-11T07:02:39.879+05:302011-02-11T07:02:39.879+05:30रोचक और बढ़िया पोस्ट,आभार.
रोचक और बढ़िया पोस्ट,आभ...रोचक और बढ़िया पोस्ट,आभार.<br />रोचक और बढ़िया पोस्ट,आभार.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-28909012086444983172011-02-11T06:22:18.759+05:302011-02-11T06:22:18.759+05:30@घुघूत ने कहा कि अपने नाप के प्राणियों से ही पंगा ...<b>@घुघूत ने कहा कि अपने नाप के प्राणियों से ही पंगा लो इतने से कबूतरों से नहीं। मकान को बाँट लो, बाहर का हिस्सा जैसे बाल्कनी, खिड़की के छज्जे आदि उनके, अन्दर का हिस्सा हमारा। </b><br />सही जोडी है आपकी। ईश्वर दोनों को सलामत रखे!<br /><br /><b>@वहीं इस भटकन, यायावरी जीवन के बहुत से लाभ भी हैं। जब भी हम कहीं गए हैं तो यह जानते हुए गए हैं कि हम यहाँ कुछ समय के लिए ही हैं जो भी समस्याएँ होंगी वे भी जीवन में अस्थाई ही होंगी,यहाँ से जाना तो होगा ही।</b> <br />45 वर्षों में 31 घर बदलने वाला मैं आपकी बात को समझ पा रहा हूँ। इसी बात पर मित्रों की सहायता से गढा एक (नहीं, दो) शेर मुलाहिज़ा फरमाइये:<br /><br /><i>जल बहता है अनिकेत यायावर<br />सब जग अपना कोई कोना क्या<br /><br />जग सत्य नहीं बस माया है<br />इसे पाना क्या और खोना क्या</i><br /><br />इसमें बंजारेपन का छोटा विकल्प ढूंढ रहा था - आपकी यह पोस्ट पढने के बाद ही "यायावर" याद आया - बरसों हो गये यह शब्द सुने हुए।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-8357972634708140282011-02-11T05:26:18.317+05:302011-02-11T05:26:18.317+05:30रोचक ....वैसे यायावरी के भी अपने लाभ हैं.....रोचक ....वैसे यायावरी के भी अपने लाभ हैं..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-38520925012132029822011-02-10T23:43:18.265+05:302011-02-10T23:43:18.265+05:30Banjaron kee-si zindagi maine bhi jee hai!Nagari,n...Banjaron kee-si zindagi maine bhi jee hai!Nagari,nagari,dware,dware...<br />Aapko padhna hamesha achha lagta hai!<br />Pune kab aa rahee hain?kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-71868989467433934352011-02-10T23:01:32.921+05:302011-02-10T23:01:32.921+05:30रोचक आलेख। मानवता का परिचायक डॉक्टर साहब से मिलकर ...रोचक आलेख। मानवता का परिचायक डॉक्टर साहब से मिलकर अच्छा लगा।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-67486857433679226912011-02-10T22:37:53.954+05:302011-02-10T22:37:53.954+05:30मुंबई में स्वागत है आप का | यहाँ की चीजे आप के लिए...मुंबई में स्वागत है आप का | यहाँ की चीजे आप के लिए समस्या है या सहायक ये तो नहीं बता सकती क्योकि ये आप की जरूरतों पर निर्भर होगा | बस एक बात पूछनी थी आप वही घुघूती बासूत है या कोई नकली तो नहीं सुना की लोगों को सक है की आप के नाम से कोई और टिप्पणिया दे रहा है :))anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com