tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post6980595795407772693..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: बिन धुँआ, बिन धमाका, हरियाली सी इक दीवालीghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-73155979552312111012010-11-18T10:13:28.741+05:302010-11-18T10:13:28.741+05:30मान्यवर
नमस्कार
बहुत सुन्दर
मेरे बधाई स्वीकारें
...मान्यवर<br />नमस्कार<br />बहुत सुन्दर <br />मेरे बधाई स्वीकारें<br /><br />साभार<br />अवनीश सिंह चौहान<br />पूर्वाभास http://poorvabhas.blogspot.com/अवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-90850740441088171282010-11-18T07:14:42.971+05:302010-11-18T07:14:42.971+05:30न शोर न प्रदूषण और न दुर्घटना का डर - इससे अच्छी द...न शोर न प्रदूषण और न दुर्घटना का डर - इससे अच्छी दीवाली कैसी होगी?Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-38831629725867029182010-11-16T14:49:45.821+05:302010-11-16T14:49:45.821+05:30वाह....
मन प्रसन्न कर दिया आपकी इस पोस्ट ने....
...वाह....<br /><br />मन प्रसन्न कर दिया आपकी इस पोस्ट ने....<br /><br />ईश्वर करें मनुष्यमात्र के मन में यही भाव हों और लोग प्रकृति पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होकर इसी प्रकार दीवाली/अन्य पर्व मनाएं...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-43522049888269806482010-11-11T21:26:36.228+05:302010-11-11T21:26:36.228+05:30हरियाली की दीवाली ही सही है. बधाईयाँ.हरियाली की दीवाली ही सही है. बधाईयाँ.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-69569374930272371672010-11-11T19:03:36.933+05:302010-11-11T19:03:36.933+05:30बच्चों के साथ हरियाली दीवाली मानाने की बहुत बहुत ब...बच्चों के साथ हरियाली दीवाली मानाने की बहुत बहुत बधाई|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-35238775169126908432010-11-10T15:44:40.296+05:302010-11-10T15:44:40.296+05:30bahut sahi kiya... Ghughuti basuti ko bhi to hariy...bahut sahi kiya... Ghughuti basuti ko bhi to hariyali pasand hai... prayavaran kee raksha ke liye ye thos kadam hain.. duva baarood nahi chahun or khile hariyal..डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-32442252006033361292010-11-10T15:44:39.573+05:302010-11-10T15:44:39.573+05:30bahut sahi kiya... Ghughuti basuti ko bhi to hariy...bahut sahi kiya... Ghughuti basuti ko bhi to hariyali pasand hai... prayavaran kee raksha ke liye ye thos kadam hain.. duva baarood nahi chahun or khile hariyal..डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-56696300874395042612010-11-09T23:28:57.616+05:302010-11-09T23:28:57.616+05:30हमें समय के साथ हमारे खुशी मनाने के तरीके भी बदलने...हमें समय के साथ हमारे खुशी मनाने के तरीके भी बदलने पड़ेंगे. पौधे और हरियाली ज़रूर एक अच्छा विकल्प है.<br /><br />मनोज खत्रीManoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80701105079036970822010-11-09T23:04:19.247+05:302010-11-09T23:04:19.247+05:30घुघूती जी मेरी नजर में आप बहुत सौभाग्यशाली हैं की ...घुघूती जी मेरी नजर में आप बहुत सौभाग्यशाली हैं की आपने धुंए , और धमाके से रहित हरीभरी दीपावली का अननद लिया. मैं तो दीपावली के सदमे से अभी तक नहीं उबर पाया हूँ. कभी दीपावली मेरा पसंदीदा त्यौहार होता था और आज मेरे लिए ये त्यौहार एक पीड़ादायक अनुभव से ज्यादा कुछ नहीं होता. पता नहीं हिन्दुओं में कब इतनी अक्ल आयेगी की वो इस दिन आतिशबाजी करना बंद करेंगे.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-89334495864079808862010-11-09T22:22:18.940+05:302010-11-09T22:22:18.940+05:30आपकी दीवाली मनाने का यह अन्दाज़ मुझसे अधिक श्रीमती...आपकी दीवाली मनाने का यह अन्दाज़ मुझसे अधिक श्रीमती जी को भाया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-39519406134359628532010-11-09T18:48:55.863+05:302010-11-09T18:48:55.863+05:30हरियाली का स्वागत और आतिशबाजी का मजा...वाह, क्या ब...हरियाली का स्वागत और आतिशबाजी का मजा...वाह, क्या बात है!<br />..दीवाली में आतिशबाजी का मजा ही कुछ और है..हरियाली का स्वागत हम तो बाकी 364 दिन करेंगे।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-9238159317001523092010-11-09T18:45:50.998+05:302010-11-09T18:45:50.998+05:30बहुत सुन्दर .... इससे सुन्दर दीपावली क्या हो सकती ...बहुत सुन्दर .... इससे सुन्दर दीपावली क्या हो सकती है ?<br /><br />बधाईCoralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-12303089497192591872010-11-09T18:29:37.850+05:302010-11-09T18:29:37.850+05:30'हरियाली सी इक दीवाली'
कितनी सुन्दर!कितनी...'हरियाली सी इक दीवाली'<br /><br />कितनी सुन्दर!कितनी प्रेरणादायक !<br />बधाई और शुभकामनायें ।Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-53444063224818799782010-11-09T18:13:57.895+05:302010-11-09T18:13:57.895+05:30आपने बहुत अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है ।
दीयों की...आपने बहुत अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है ।<br />दीयों की रौशनी और पौधों की हरियाली के बीच दिवाली मनाने का आनंद ही कुछ और है ।<br />बधाई और शुभकामनायें ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-4159871210555640002010-11-09T16:29:55.866+05:302010-11-09T16:29:55.866+05:30Bilkul sahi deevali manayee apne .Patakhe to aadmi...Bilkul sahi deevali manayee apne .Patakhe to aadmi ke kroor ho jane ki nishani hain .Pracheen kaal me pradooshan ka sthan nahi thaa.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-15276754425796878812010-11-09T14:26:12.854+05:302010-11-09T14:26:12.854+05:30अब लोग समझदार हो रहे हैं।अब लोग समझदार हो रहे हैं।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-38920325244792218812010-11-09T13:14:27.461+05:302010-11-09T13:14:27.461+05:30प्रेरणादायक आलेख्।प्रेरणादायक आलेख्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-12042613239892080912010-11-09T08:28:02.121+05:302010-11-09T08:28:02.121+05:30आंखों को राहत पहुंचाती हरयाली भरी पोस्ट ! पर्व पर ...आंखों को राहत पहुंचाती हरयाली भरी पोस्ट ! पर्व पर आपका नया प्रयोग अनुकरणीय है ! कुछ लोग प्रकृति के विरुद्ध जाकर खुशियां मनाते हैं , आपने अनुकूलता का मार्ग चुना तो जितनी भी सराहना की जाये कम ही होगी !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-30396469064166916562010-11-08T22:33:36.182+05:302010-11-08T22:33:36.182+05:30घुघूती जी इतनी अच्छी लगी ये पोस्ट कि आँखें बार-बा...घुघूती जी इतनी अच्छी लगी ये पोस्ट कि आँखें बार-बार भटक कर शब्दों से ज्यादा चित्रों से चिपक जा रही हैं...जितनी बार देखो,मन नहीं भरता...पौधों की हरियाली मन मोह ले रही है...इन पत्तों की हरियाली ऐसी ही बनी रहें और उन्हें देख, बिटिया के आँखों की चमक भी<br /><br />कितनी सुन्दर यादें लिखी हैं..आपने, अपने पटाखे चलाने की...काश संयम और अनुशासन से पटाखे चलाये जाते और अपने पेडों की रक्षा की जाती तो हमारे बच्चों के पास भी ये यादें होतीं....ना कहीं बचपन झुलसता और ना ही बच्चे पटाखों का बहिष्कार करने को मजबूर होतेrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-25752487186745296122010-11-08T22:25:47.731+05:302010-11-08T22:25:47.731+05:30यह बात बहुत अच्छी लगी, चंदा करके आतिशबाजी की जाये।...यह बात बहुत अच्छी लगी, चंदा करके आतिशबाजी की जाये।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-9956871373709167272010-11-08T22:19:30.872+05:302010-11-08T22:19:30.872+05:30बहुत प्रेरणादायक बात कही है ....शहरों में जहाँ सोस...बहुत प्रेरणादायक बात कही है ....शहरों में जहाँ सोसायटीज़ का चलन है वहाँ के लिए बहुत अच्छा विचार है ...और परिस्थिति के अनुसार परिवर्तन भी ज़रूरी है ...बहुत पसंद आई यह हरियाली दीवालीसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-70476724303927335432010-11-08T21:45:28.246+05:302010-11-08T21:45:28.246+05:30दीपावली मनाने का इससे बेहतरीन तरीका हो भी नहीं सकत...दीपावली मनाने का इससे बेहतरीन तरीका हो भी नहीं सकता.........पटाखों की जगह गमले. और फुल्झादियों की जगह फूल. .........काश !ऐसा हर देशवासी सोच पता और कर पाता.शूरवीर रावतhttps://www.blogger.com/profile/14313931009988667413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-47044929751377967792010-11-08T20:13:17.309+05:302010-11-08T20:13:17.309+05:30इस बार कोशिश की थी पर बेटी की इच्छा देख मना नहीं क...इस बार कोशिश की थी पर बेटी की इच्छा देख मना नहीं कर सका ! अगली बार कोशिश करूंगा ! अनुसरणीय कार्य व पोस्ट के लिए बधाई !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-870258657931551072010-11-08T20:11:14.675+05:302010-11-08T20:11:14.675+05:30आतिशबाजी में पैसे फूँकने के बजाय उनसे पौधे खरीदने ...आतिशबाजी में पैसे फूँकने के बजाय उनसे पौधे खरीदने का आइडिया बहुत अच्छा है। पैसा खर्च करके अपने आसपास आग, ध्वनि और धुँआ का अस्थायी वातावरण रचने से बेहतर है कि स्थायी हरियाली को बढ़ाने का प्रयास हो। प्रेरक पोस्ट।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-48976228956821477812010-11-08T20:06:57.944+05:302010-11-08T20:06:57.944+05:30बिलकुल सही किया आपने हमने और भी तो कई तौर तरीके बद...बिलकुल सही किया आपने हमने और भी तो कई तौर तरीके बदल लिये हैं फिर ये समय की माँग भी है। आपको बहुत बहुत बधाई कि बच्चों के साथ दीपावली मनाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com