tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post6223374680654189361..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: जरा माचिस तो देना!.............................घुघूती बासूतीghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-56799987944225158932010-04-02T19:42:13.200+05:302010-04-02T19:42:13.200+05:30बुजुर्ग महिला वाली चतुराई पसंद आयी..बुजुर्ग महिला वाली चतुराई पसंद आयी..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-55863169558587100112010-04-02T19:14:14.565+05:302010-04-02T19:14:14.565+05:30संस्मरण है या दर्पण..!
खूब लिखा है आपने.संस्मरण है या दर्पण..!<br />खूब लिखा है आपने.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-2039050188137371342010-04-02T16:49:59.746+05:302010-04-02T16:49:59.746+05:30वह चाहे,मेकैनिक हो ,कारपेंटर हो ,मजदूर हो या कोई ब...वह चाहे,मेकैनिक हो ,कारपेंटर हो ,मजदूर हो या कोई बड़ा पढ़ा-लिखा,अफसर ,पत्रकार या लेखक....स्त्री का कुछ निर्देश देना उन्हें,हज़म नहीं होता. एक प्रख्यात पत्रकार ने,जिनकी पत्नी भी पत्रकार हैं,स्वीकार किया कि वही बात अगर वे कहें तो लोग एक बार में मान लेते हैं पर अगर उनकी पत्नी कहें तो मीन-मेख निकालनी शुरू कर देते हैं.<br />माचिस के बहाने आपने एक सच्चाई सामने रख दी.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-57819152475635038502010-04-02T12:51:23.570+05:302010-04-02T12:51:23.570+05:30केवल हिन्दुस्तान में ये सहूलियत
है जहाँ कमअक्ल भी...केवल हिन्दुस्तान में ये सहूलियत<br />है जहाँ कमअक्ल भी शान से जिंदगी गुजार सकते हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-67603194249910961802010-04-02T12:22:59.267+05:302010-04-02T12:22:59.267+05:30मुँह-दूबर का शाब्दिक अर्थ है मुँह की दुबली।इससे अन...मुँह-दूबर का शाब्दिक अर्थ है मुँह की दुबली।इससे अन्दाज लगा लें। यदि आप इसका मुँह- तोड़ जवाब देंगी तो कहा जाएगा कि मुँह-दूबर नहीं हैं।अफ़लातूनhttp://kashivishvavidyalay.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-38225049832214286302010-04-02T09:54:13.086+05:302010-04-02T09:54:13.086+05:30वैसे गैस लीकेज का माचिस जला कर पता करना सबसे सटीक...वैसे गैस लीकेज का माचिस जला कर पता करना सबसे सटीक तरीका है . आज्कल राम सही कर रहे है . शायद जन्संख्या नियन्त्रण की कोशिश मे लगे होdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-20206152912440459482010-04-02T08:37:10.049+05:302010-04-02T08:37:10.049+05:30आप सही कह रही है, ये काम करने वाले लोग चाहे मिस्त...आप सही कह रही है, ये काम करने वाले लोग चाहे मिस्त्री हो, मजदूर हो या फिर मेकेनिक कभी भी महिला की बात नहीं मानते हैं। मैं तो न जाने कितनी बार भुगत चुकी हूँ। आपकी बात को केवल सुनते भर हैं लेकिन जब तक पतिदेव उनसे नहीं कहें तब तक नहीं करते। मैं सोचती थी कि शायद पैसे का चुकारा वे ही करते हैं इसलिए ये मेरी बात नहीं मानते लेकिन आज आपको पढ़कर लगा कि माजरा बुद्धि से भी जुड़ा है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-87579610909831378022010-04-02T00:48:07.497+05:302010-04-02T00:48:07.497+05:30अरे बाप रे....
अजी मेरी टिपण्णी कहा गई? अभी अभी तो...अरे बाप रे....<br />अजी मेरी टिपण्णी कहा गई? अभी अभी तो दी थीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-82976743056796647672010-04-02T00:06:53.046+05:302010-04-02T00:06:53.046+05:30mhila ki samany gyan ki bat ko sweekar karne me bh...mhila ki samany gyan ki bat ko sweekar karne me bhle hi purush ke ahm ko thes lge?<br />kitu aise vakyo par hmesha mhila hi savdhani se kai trrke dhund nikalti hai aur smy par apni budhimta se durghtnao se bacha leti hai .शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-36429614244931388262010-04-01T23:14:12.331+05:302010-04-01T23:14:12.331+05:30वैसे सर्वप्रथम तो अच्छा सा फायत एक्सटेन्गूशर खरीद ...वैसे सर्वप्रथम तो अच्छा सा फायत एक्सटेन्गूशर खरीद ही लें, अति आवश्यक वस्तु है. फिर घोल या माचिस का कार्यक्रम तय करते रहियेगा. :)<br /><br />बढ़िया रहा वृतांत.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-32676172158214039692010-04-01T22:14:14.974+05:302010-04-01T22:14:14.974+05:30आप जोर से बोलना सीख ही लें, क्योंकि सहीराम जैसे हम...आप जोर से बोलना सीख ही लें, क्योंकि सहीराम जैसे हम लोग सहीकाम नहीं सीखने वाले हैं। एक बार ट्रैन में एक टिफ़िन बाक्स हम लोगों की सीट के नीचे रखा था, जब हमने सजग नागरिक बनते हुये गार्ड को सूचित किया, अगले स्टेशन पर रेलवे पुलिस के कर्मचारी व रेलवे पुलिस आफ़िशियल्स आये। टिफ़िन में से खाना ही निकला, पर जिन शब्दों में हमारी सजगता की प्रशंसा हुई, वे यहां लिखे नहीं जा सकते(स्वीकारोक्ति:= शठे शाठ्यम समाचरेत का पालन हमने भी किया था, वह भी नहीं लिख पायेंगे)। सच में कामनसेंस बहुत अनकामन है यहां पर।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-70064345261388065632010-04-01T21:35:42.174+05:302010-04-01T21:35:42.174+05:30गैस पर प्रयोग से पहले खिड़कियाँ खोल दें ।गैस पर प्रयोग से पहले खिड़कियाँ खोल दें ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-26507499855156153712010-04-01T21:25:35.463+05:302010-04-01T21:25:35.463+05:30बहुत जरूरी पोस्ट है आपकी ...बहुत जरूरी पोस्ट है आपकी ...सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-18086876225079424632010-04-01T21:19:23.990+05:302010-04-01T21:19:23.990+05:30मुँह दूबर का अर्थ कोई समझाएगा? वैसे मैं मुम्बई की ...मुँह दूबर का अर्थ कोई समझाएगा? वैसे मैं मुम्बई की कहाँ हूँ? अभी अभी कुछ महीने पहले ही तो गिर के जंगलों से आई हूँ, अरविन्द जी।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-50565641940837732042010-04-01T20:40:02.901+05:302010-04-01T20:40:02.901+05:30दिलचस्प लेखनी।दिलचस्प लेखनी।Janduniahttps://www.blogger.com/profile/06681339283219498038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80961100067953008132010-04-01T18:42:34.221+05:302010-04-01T18:42:34.221+05:30mere hisab se aap zor se bolna hi seekh lijiye.mere hisab se aap zor se bolna hi seekh lijiye.Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-34734465311688048302010-04-01T18:37:20.934+05:302010-04-01T18:37:20.934+05:30हर आदमी शॉर्ट कट तलाशता है चाहे उस में रिस्क हो। प...हर आदमी शॉर्ट कट तलाशता है चाहे उस में रिस्क हो। पर कभी कभी यह अस्पताल या मुक्तिधाम पहुँचने का शॉर्टकट भी बन जाता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-52313350000554166872010-04-01T18:29:48.502+05:302010-04-01T18:29:48.502+05:30यह नवीनतम टेक्नोलाजी है गैस रिसाव चेक करने की. भार...यह नवीनतम टेक्नोलाजी है गैस रिसाव चेक करने की. भारत द्वारा खोजी गयी. कृपया अपनी जानकारी को अद्यतन रखेंभारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-84451269790080595442010-04-01T18:21:13.352+05:302010-04-01T18:21:13.352+05:30ओह, मैं भी अकेली रहती हूँ. ठीक ऐसा ही किस्सा मेरे ...ओह, मैं भी अकेली रहती हूँ. ठीक ऐसा ही किस्सा मेरे साथ घट चुका है. भारत पेट्रोलियम की ओर से एक भाईसाहब आये थे. मेरा भी सिलेंडर लीक हो रहा था, तो मैंने दिखाया. उन्होंने भी चेक करने के लिये माचिस ही माँगा था. मैंने साफ मना कर दिया, लेकिन वो मान गये थे. मुझे समझ में नहीं आता है कि ये लोग ट्रेंड मैकेनिक होने के बाद भी ऐसी हरकतें करके लोगों का जीवन खतरे में क्यों डालते हैं. <br />आपने महानगर में रहने वाली अकेली औरतों की परेशानियों और उनके जीवन के खतरों के बारे में रोचक ढंग से बताया है.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-42590093425974277252010-04-01T18:00:06.768+05:302010-04-01T18:00:06.768+05:30सही राम जी को हमारा भी राम-राम !सही राम जी को हमारा भी राम-राम !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-68519548951376671952010-04-01T17:46:10.620+05:302010-04-01T17:46:10.620+05:30क्या मुम्बई की नारियां भी इतनी मुंह दूबर हैं ?क्या मुम्बई की नारियां भी इतनी मुंह दूबर हैं ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-78425728147597303612010-04-01T17:41:00.601+05:302010-04-01T17:41:00.601+05:30सही बात, ऐसी परेशानियाँ रोजमर्रा की फेहरिस्त में ह...सही बात, ऐसी परेशानियाँ रोजमर्रा की फेहरिस्त में होती हैं...<br />बहुत अच्छा चित्रण ...<br />आपका आभार ....<br />@ वाणी जी, आपकी तस्वीर बहुत पसंद आई, बस ज़रा पुरानी लग रही है..:):)<br />सच्ची..!!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-89003800723411230042010-04-01T17:04:27.728+05:302010-04-01T17:04:27.728+05:30बाकी सब तो ठीक1
वाणी जी का डर पसंद आया। Nice कहने ...बाकी सब तो ठीक1<br />वाणी जी का डर पसंद आया। Nice कहने को मन कर रहा :-)<br /><br /><a rel="nofollow">पति को कहने में डरते हैं ...कही खुद ही माचिस जला कर चेक ना करने लगें ...:):)</a><br /><br />हा हा हालोकेश Lokeshhttps://www.blogger.com/profile/12218007406634430572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-67747572447388591072010-04-01T16:56:15.640+05:302010-04-01T16:56:15.640+05:30Aise laga jaise sabkuchh aankhon ke aage ho raha h...Aise laga jaise sabkuchh aankhon ke aage ho raha ho!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-91509262484960715232010-04-01T16:29:52.467+05:302010-04-01T16:29:52.467+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com