tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post5375589012402898381..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: हमारा कार पुराणghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-63880537283312587512007-06-07T11:33:00.000+05:302007-06-07T11:33:00.000+05:30कविराज , आपके जूते आपको नहीँ काटते इसका मतलब यह नह...कविराज , आपके जूते आपको नहीँ काटते इसका मतलब यह नहीँ कि घुघूति जी को भी ना काटेँ |<BR/>कारेँ तो गुम हुईँ ,'पता नाम लिख कर,कहीँ यूँ ही रख कर , भूले कोई जैसे' |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-3081190111939851442007-06-07T06:46:00.000+05:302007-06-07T06:46:00.000+05:30आपको मिलती कहा से हम जो उठा लाये थे उसी मे से एक क...आपको मिलती कहा से हम जो उठा लाये थे उसी मे से एक की फ़ोटो छापी थी और अब हमारे सपूत को पसंद आ गई है तो लौटाने का सवाल नही है<BR/>प्रमोद जी खाने का माल बाटने की सोचते तो मिलती ना...?Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-3820728925682545612007-06-07T01:05:00.000+05:302007-06-07T01:05:00.000+05:30आपकी उमर में यही सब करता है आदमी.. चॉक्लेट के डिब...आपकी उमर में यही सब करता है आदमी.. चॉक्लेट के डिब्ब्े में चॉकलेट की बजाय कबाड़ सजाना कोई बात हुई भला?.. कुछ का कुछ समझकर वह डिब्बा मैं लिए आया हूं और अब आपको मिलने से रही!.. अपनी तलाश बंद कीजिए और अब थोड़ा आराम करिये.. मगर चॉकलेट गए कहां?..azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-63116291489125129652007-06-06T23:31:00.000+05:302007-06-06T23:31:00.000+05:30गुम क्या हुआ कुछ कारहो गए सब बे-कार।चिंता चढ़ी, उदा...गुम क्या हुआ कुछ कार<BR/>हो गए सब बे-कार।<BR/>चिंता चढ़ी, उदासी बढ़ी,<BR/>बिटिया के बचपन को समेटे रखने की कोशिश!!<BR/><BR/>बढ़िया लिखा है आपने।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-12421408280454542742007-06-06T23:12:00.000+05:302007-06-06T23:12:00.000+05:30भगवान् करे आपकी कारें मिल् जायें।भगवान् करे आपकी कारें मिल् जायें।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-36504874654511751282007-06-06T22:24:00.000+05:302007-06-06T22:24:00.000+05:30देखिये अन्दर के कमरे वाली अल्मारी के ऊपर वाले खाने...देखिये अन्दर के कमरे वाली अल्मारी के ऊपर वाले खाने में मिल जायेगी शायद..वहां एक हमारी बकरी भी होगी...वही चीड़ के पेड़ वाली बकरी ...साइकिल तो कभी चलायी ही नहीं और कार ..उतने तो अभी पैसे ही नहीं हुए... मिले तो बताना....काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-73588123623563278042007-06-06T20:49:00.000+05:302007-06-06T20:49:00.000+05:30घुघूति जी, आपकी कारों के खो जाने की वेदना का शब्द ...घुघूति जी, आपकी कारों के खो जाने की वेदना का शब्द चित्र देखकर आँखें नम हो आईं. ऐसे दुख की विकट घड़ी में हम संवेदना लिये आपके साथ हैं. ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो सब टॉफी के डिब्बे में ही हों, और आपको मिल जायें. पास कहीं होते तो आपके सामने दो बूँद आँसू बहा कर मन हल्का कर लेते. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80697059971044448162007-06-06T18:08:00.000+05:302007-06-06T18:08:00.000+05:30मैं ममता जी के बात से सहमत हू ।-राजेश रोशनमैं ममता जी के बात से सहमत हू ।<BR/><BR/>-राजेश रोशनRajesh Roshanhttps://www.blogger.com/profile/14363549887899886585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80565440664546679512007-06-06T17:34:00.000+05:302007-06-06T17:34:00.000+05:30प्रिय वस्तु का खोना बहुत अखरता है, और अगर वह कार ह...प्रिय वस्तु का खोना बहुत अखरता है, और अगर वह कार हो तो....<BR/>मैं संवेदना व्यक्त करता हूँ. :)<BR/>आपकी कारें कहीं दुबकि पड़ी मिलेगी.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-37113912703259214092007-06-06T17:28:00.000+05:302007-06-06T17:28:00.000+05:30कभी कभी तो लगता है कार वालोँ से हम बे-कार भले.न प...कभी कभी तो लगता है कार वालोँ से हम बे-कार भले.<BR/>न पुरानी खोने का गम, न नई खरीदने की चिंता .<BR/><BR/>कई प्र कार की बे- कारी का भी तो कार ण होना चाहिये.<BR/><BR/>तो आइये खाली समय मेँ करेँ कार सेवा.<BR/><BR/>अरविन्द चतुर्वेदी ,भारतीयमडा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/01678807832082770534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-57600557580726587162007-06-06T17:25:00.000+05:302007-06-06T17:25:00.000+05:30आप नाव की छाप दो सब वही से लाते है जूते से कार तकआप नाव की छाप दो सब वही से लाते है जूते से कार तकAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-62474184439361256872007-06-06T16:54:00.000+05:302007-06-06T16:54:00.000+05:30zyada kar rakhna anyay hai. ek hamko bhee de deeji...zyada kar rakhna anyay hai. ek hamko bhee de deejiye. brahmanon ko dan karna chahiye. man khush rahega.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-90604875905824904782007-06-06T16:42:00.000+05:302007-06-06T16:42:00.000+05:30हा हा, हमारे जुते पहन लिजिये, नहीं काटते :)हा हा, हमारे जुते पहन लिजिये, नहीं काटते :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-35944546880524465852007-06-06T16:29:00.000+05:302007-06-06T16:29:00.000+05:30बहुत सही लिखा है आपने..आजकल चिट्ठे में नई-नई कारें...बहुत सही लिखा है आपने..आजकल चिट्ठे में नई-नई कारें ही नजर आ रही है...सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-71735430746282864242007-06-06T16:22:00.000+05:302007-06-06T16:22:00.000+05:30इसमे तो कोई दो राय हो ही नही सकती है कि आप बहुत अच...इसमे तो कोई दो राय हो ही नही सकती है कि आप बहुत अच्छा लिखती है पर आजकल आप कुछ नाराज सी क्यों लग रही है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com