tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post3805948228981216060..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: आते आते आती है अक्ल आहिस्ता आहिस्ता.................................घुघूती बासूतीghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-42896975093840649172011-06-28T07:20:00.562+05:302011-06-28T07:20:00.562+05:30आपके पास तो तर्क है अक्ल(दाढ) के ना आने का.वो तो आ...आपके पास तो तर्क है अक्ल(दाढ) के ना आने का.वो तो आने ही वाली थी अब स्पेस ना होने के कारन आपने ही उखड़वा फिंकवाई तो कोई क्या करे? यहाँ देखिये समय पर आ गई दाढे पर अक्ल साथ नही लाइ.हा हा हा चलेगा.<br />शराब के कारन ज्यादातर युवाओं का ही दुर्घटनाग्रस्त होना या उनकी मौत होना बेहद दुखद बात है.ये नही जानते कि उनके जाने से कितने लोग जीते जी मर जाते हैं.कानून में सख्ती के अलावा सेल्फ-डिसिप्लिन होना बहुत जरूरी है इनमे.पेरेंट्स नही सिखाते गलत काम करना.घर के बाहर जा कर बच्चे क्या कर रहे हैं प्रेक्टिकली इन सब पर नजर रखना इतना आसान भी नही.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-19950540289563309992011-06-09T20:25:53.927+05:302011-06-09T20:25:53.927+05:30अनुपम अभिव्यक्ति..!!अनुपम अभिव्यक्ति..!!अनुपम अभिव्यक्तिhttp://talk2anupamsingh.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-20203915359493809822011-06-06T21:46:12.918+05:302011-06-06T21:46:12.918+05:30apne aapko rokenge kaise :Papne aapko rokenge kaise :PNiKhiL NiGamhttps://www.blogger.com/profile/06161019610465370660noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-34307190614013961772011-06-06T20:03:44.813+05:302011-06-06T20:03:44.813+05:30अजित गुप्ता की साठ साल वाली बधाई स्वीकार कर ली आपन...अजित गुप्ता की साठ साल वाली बधाई स्वीकार कर ली आपने :)<br /><br /><br />बहरहाल मेरी तरफ से बधाई के लिए कुछ बरस इंतज़ार कीजियेगा :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-5264466138412459932011-06-05T11:00:58.370+05:302011-06-05T11:00:58.370+05:30महाराष्ट्र सरकार की यह कोशिश बचकानी लगती है। उम्र...महाराष्ट्र सरकार की यह कोशिश बचकानी लगती है। उम्र बढ़ाने के कानून बनाने की बजाय शराबी हुड़दंगियों और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई ज्यादा कारगर साबित होगी। आपकी बातों सहमत हूँ कि शराब पीने की उम्र 25 साल कैसे हो सकती है जबकि सरकार चुनने के लिए 21 साल की उम्र ही पर्याप्त है?जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-62421542455250744862011-06-04T23:01:54.668+05:302011-06-04T23:01:54.668+05:30हो सकता है, कुछ लोगों को लगता हो कि कम से कम पहली ...हो सकता है, कुछ लोगों को लगता हो कि कम से कम पहली बार वोटिंग बिना दारू बांटे ही करवा ली जाए... वर्ना बाद में तो बोतलें बांटनी ही पड़ती हैं न :)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-64589493820573119982011-06-04T20:25:02.205+05:302011-06-04T20:25:02.205+05:30आपने आलेख में काफ़ी तार्किक ढ़ंग से बात रखी गई है।...आपने आलेख में काफ़ी तार्किक ढ़ंग से बात रखी गई है। <br /><br />रश्मि जी की बातों से सहमत।<br /><br />पर सबसे अच्छा हो कि इसे बंद ही कर दिया जाए।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-28586362172119642522011-06-04T18:13:30.344+05:302011-06-04T18:13:30.344+05:30घुघूती जी,
अखबारों में आप भी पढ़ रही होंगी..आए दिन....घुघूती जी,<br />अखबारों में आप भी पढ़ रही होंगी..आए दिन...कॉलेज स्टुडेंट्स , ड्रिंक करके ,अपने मित्रों को कार में बैठा रेसिंग करते हैं...और परिणाम होता है..दुर्घटना...अभी हाल में ही हुई ,उस दुर्घटना ग्रस्त कार की तस्वीर आँखों के सामने है...जिसमे नौ बच्चे सवार थे...२१,२२ की उम्र थी ,सबकी....सब एक रेस्टोरेंट से ड्रिंक्स और डिनर लेकर निकले थे और १३० की स्पीड से भागती कार अपना संतुलन खो बैठी.<br /><br />दरअसल इस तरह की घटनाएं कैसे रोकी जाएँ...किसी की समझ में नहीं आ रहा...महाराष्ट्र सरकार की शायद यही मंशा होगी कि कम से कम स्टुडेंट्स दारु ना पियें....उन्हें रेस्टोरेंट-पब में शराब ना सर्व की जाए...मुंबई में अक्सर पच्चीस साल की उम्र तक युवा नौकरी में लग जाते हैं...<br /><br />अब शराब की दुकान का तो नहीं मालूम लेकिन....थियेटर में यहाँ बहुत सख्ती है....अगर एडल्ट फिल्म है तो १८ साल से कम उम्र के बच्चों को एंट्री नहीं मिलती...अगर इतनी सख्ती शराब पीने पर भी लागू हो जाए...और कुछ जानें बच जाएँ....तो इसमें कोई हर्ज़ नहीं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-27618205811089038532011-06-04T15:25:42.904+05:302011-06-04T15:25:42.904+05:30अक्ल किसी की गुलाम नहीं। आने वाले के पास बहुत छोटी...अक्ल किसी की गुलाम नहीं। आने वाले के पास बहुत छोटी उम्र में आ जाती है। नहीं आना हो तो उम्र भर नहीं आती। सरकार को कानून बनाना आता है उस का पालन कराना नहीं आता। उस के लिए तामझाम खड़ा करना पड़ता है, जिस में धन लगता है। जिस के लिए हर बार पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम बढ़ाने पड़ते हैं। लम्बा चक्कर है जी ......दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-83960199720615303682011-06-04T13:01:54.087+05:302011-06-04T13:01:54.087+05:30यानी २६ के बाद आप पी कर बह्केगे नहीं.....कित्ती इ...यानी २६ के बाद आप पी कर बह्केगे नहीं.....कित्ती इंटेली जेंटनिकली सरकार तो !.डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-66415693843344091882011-06-04T12:14:47.359+05:302011-06-04T12:14:47.359+05:30सच मे कन्फ़्यूज़न है।सच मे कन्फ़्यूज़न है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-47578055150703520322011-06-04T11:49:46.809+05:302011-06-04T11:49:46.809+05:30८ साल के बूढ़े और ८० साल के बच्चे अक्ल के खेल में ...८ साल के बूढ़े और ८० साल के बच्चे अक्ल के खेल में रेल पेल होते रहते हैंगिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-27451870606662972332011-06-04T10:34:07.791+05:302011-06-04T10:34:07.791+05:30साठ साल होने पर बधाई दे रही हूँ और हम भी आपके पीछे...साठ साल होने पर बधाई दे रही हूँ और हम भी आपके पीछे-पीछे ही आ रहे हैं। अक्ल का खेल देखना हो तो छोटे बच्चे को देखो उस जैसा अक्लवान कोई दूसरा नहीं होता है। सारे ही गुर जानता है अपनी मांग मनवाने का।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-50300345757708253702011-06-04T09:04:43.340+05:302011-06-04T09:04:43.340+05:30आज फिर एक महत्वपूर्ण विषय पर एकदम अलग ही दृष्टिकोण...आज फिर एक महत्वपूर्ण विषय पर एकदम अलग ही दृष्टिकोण से सामना हुआ। कानून में आयु की कोई सीमा तो रखनी ही पडेगी परंतु विवेक की एक बहुमान्य आयु का निर्धारण और उसके प्रति कमिटमैंट दोनों ही हो सकें तो बेहतर हो। <br /><br />आपके विचार जानने का आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-46766223611172333642011-06-04T06:43:25.829+05:302011-06-04T06:43:25.829+05:30साठ तो सठियाने की उम्र मानी जाती है.
सीनियर सिटीजन...साठ तो सठियाने की उम्र मानी जाती है.<br />सीनियर सिटीजन के आयकर और रेलयात्रा पर सरकार सोचती रहती है.<br />उम्र का मामला व्यक्ति की स्थिति और उसकी भूमिका पर, विभिन्न प्रयोजनों के लिए अलग-अलग निर्धारित होता है, क्योंकि तय करने का आधार शारीरिक, मानसिक, सामाजिक होता है, इन्हें आपस में मिला कर देखें तो गड्ड-मड्ड लगेगा.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-56687841091877075142011-06-03T23:20:10.322+05:302011-06-03T23:20:10.322+05:30कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत...कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत खड़ा कर लिया...अन्य वस्तुएँ यथावत रहेंगी. जय हो!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-44486147503916893012011-06-03T23:19:31.177+05:302011-06-03T23:19:31.177+05:30कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत...कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत खड़ा कर लिया...अन्य वस्तुएँ यथावत रहेंगी. जय हो!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-88215889403283858752011-06-03T23:18:21.857+05:302011-06-03T23:18:21.857+05:30कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत...कानून के रखवालों के लिए अघोषित आय का एक और स्त्रोत खड़ा कर लिया...अन्य वस्तुएँ यथावत रहेंगी. जय हो!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-75488155485144048562011-06-03T22:50:28.092+05:302011-06-03T22:50:28.092+05:30जिन्हें नहीं पीना उन्हें कानून की जरुरत नहीं, जिन्...जिन्हें नहीं पीना उन्हें कानून की जरुरत नहीं, जिन्हें पीना है कानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा.<br />प्रतीकात्मक ही हैं ये कानून तो.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-51342573475592180662011-06-03T22:27:53.672+05:302011-06-03T22:27:53.672+05:30और कभी तो आ ही नहीं पाती है।और कभी तो आ ही नहीं पाती है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-59543735751762644272011-06-03T21:56:00.473+05:302011-06-03T21:56:00.473+05:30साठ के ठाठ!साठ के ठाठ!भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-36433378250948380192011-06-03T21:12:11.599+05:302011-06-03T21:12:11.599+05:30ये साठ के ठाठ का फ़ंडा पुरुषों के लिये भी रहेगा या...ये साठ के ठाठ का फ़ंडा पुरुषों के लिये भी रहेगा या यहाँ भी विवाह की तरह तीनसाला भेदभाद बरता जायेगा, ये भी एक क्न्फ़्यूज़न है।<br />आने वाले समय में सरकार का यह कदम स्वर्णिम उप्लब्धियों में शुमार होगा। कागजी कानूनी कार्रवाईयां करने में माहिर हैं जनसेवक।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-1971286443364395732011-06-03T20:52:38.931+05:302011-06-03T20:52:38.931+05:30"अब तो यही आशा है कि शायद साठवाँ जन्मदिन ज्ञा..."अब तो यही आशा है कि शायद साठवाँ जन्मदिन ज्ञान चक्षु खोल मस्तिष्क में ज्ञान का प्रकाश प्रदीप्त कर ही जाए।" ----पचास तक तो अक्ल का 'अ' भी नही सीखा हमने...अब आगे क्या आशा रखें...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-30760126909218637122011-06-03T20:46:13.875+05:302011-06-03T20:46:13.875+05:30सचमुच है ही कन्फ्यूजियाने वाली बात :)
चोरी चोरी प...सचमुच है ही कन्फ्यूजियाने वाली बात :) <br />चोरी चोरी पियेंगें और क़ानून की मखौल उडेगी सो अलग ...Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-25498315429060804792011-06-03T20:43:52.990+05:302011-06-03T20:43:52.990+05:30उससे भी अधिक कन्फ्युजियाने वाली जो बात है वह यह है...उससे भी अधिक कन्फ्युजियाने वाली जो बात है वह यह है कि एक स्त्री १८ वर्ष की होते ही विवाह कर बच्चों को जन्म देने का कार्यक्रम आरम्भ कर सकती है। २५ की होते होते चार पाँच बच्चों की माँ बन उनकी भाग्य विधाता बन सकती है। वे क्या खाएँ, क्या करें ना करें, किस स्कूल जाएँ या जाएँ ही नहीं का निर्णय ले सकती है, किन्तु वह यह निर्णय नहीं ले सकती कि दारू पिए या नहीं, या कहाँ कितनी व किस ब्रान्ड की पिए। <br /><br />सही है.. छब्बीस साल के होते ही आपको दारु पीकर गाडी ठोकने का लायसेंस सरकार दे रही है! जय हो सरकार की बुद्धि की!pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.com