tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post156633860174189999..comments2023-10-29T13:18:36.222+05:30Comments on घुघूतीबासूती: मेहरबानी मेरे दोस्तghughutibasutihttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-1426636814264019362007-04-17T15:27:00.000+05:302007-04-17T15:27:00.000+05:30मेहरबानी मेरे दोस्त तूने मुझे उड़ना सिखा दिया,चाँद ...<B>मेहरबानी मेरे दोस्त तूने मुझे उड़ना सिखा दिया,<BR/>चाँद सितारों की सैर करा स्वर्ग दिखा दिया,<BR/>सुनहरे सपनें दिखा मुझे प्यार करना सिखा दिया,<BR/>तूने ही तो मुझे प्रेम सोमरस प्याला पिला दिया,<BR/>जड़वत थी मैं अब तक तूने हिला दिया,<BR/>मर मर कर जी रही थी, जी जी कर मरना सिखा दिया...</B><BR/><BR/>बहुत ही काबिल दोस्त पाया है आपने बासूतिजी। जीवन-चक्र घटनाओं से ही आगे बढ़ता है, घटनाएँ परिणाम देती है... मुझे घटना की जानकारी तो नहीं है मगर परिणाम अवश्य देख पा रहा हूँ। आपकी कलम से सदैव भावों को टपकते देखा है, कभी-कभार कलम को मुस्कुराने का भी मौका दीजिये, हँसती हुई कलम बहुत खूबसूरत लगती है :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-70215194247360262042007-04-17T15:20:00.000+05:302007-04-17T15:20:00.000+05:30कई होते हैं जो दर्द का बिस्तरा दे जाते हैऔर कई उसम...<B>कई होते हैं जो दर्द का बिस्तरा दे जाते है<BR/>और कई उसमें लिपट कर खुद को तमाम<BR/>करने में ही जीवन समझते हैं...।<BR/>गहरा व्यंग हुआ है दृश्य पर जो हम चाहते<BR/>है बचते रहें।</B><BR/>Gr8 poem Madam...!Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-47039050700992673882007-04-17T02:25:00.000+05:302007-04-17T02:25:00.000+05:30कविता मार्मिक है।कविता मार्मिक है।Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-38923124219928890552007-04-16T20:29:00.000+05:302007-04-16T20:29:00.000+05:30प्रेम, दुख और जिजीविषा का ऐसा मेल.......प्रेम, दुख और जिजीविषा का ऐसा मेल.......Bhupenhttps://www.blogger.com/profile/05878017724167078478noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-39275920383828377072007-04-16T20:25:00.000+05:302007-04-16T20:25:00.000+05:30क्या कहें हम अब आपने हमें क्या क्या याद दिला दिया।...क्या कहें हम अब <BR/>आपने हमें क्या क्या याद दिला दिया। <BR/><BR/>सुन्दर रचनाके लिये बधाई, बासूती जीSagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-37256996681836285232007-04-16T17:40:00.000+05:302007-04-16T17:40:00.000+05:30सुंदर प्यार की पाती हैय कि दिय की पुकारआपने निज शब...सुंदर प्यार की पाती है<BR/>य कि दिय की पुकार<BR/>आपने निज शब्द से<BR/>रचा नेक उपहार.<BR/>रचा नेक उपहार आपको मिले बधाई.<BR/>हमने आपकी कविता से स्फूर्ती पाई.योगेश समदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/05774430361051230942noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-16527881104152838282007-04-16T15:19:00.000+05:302007-04-16T15:19:00.000+05:30मेहरबानी मेरे दोस्त,इतना बढिया पढवा दिया...मेहरबानी मेरे दोस्त,<BR/>इतना बढिया पढवा दिया...Gaurihttps://www.blogger.com/profile/18007683181079288459noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-5503067384216227942007-04-16T13:44:00.000+05:302007-04-16T13:44:00.000+05:30एसा ही मेरा दोस्त भी है! मिली थी ना आप उससे कुछ दि...एसा ही मेरा दोस्त भी है! मिली थी ना आप उससे कुछ दिन पहले!!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-6243549182798579312007-04-16T13:01:00.000+05:302007-04-16T13:01:00.000+05:30भाव भरी सुन्दर रचना... वैसे..किसी ने कहा है.. जड क...भाव भरी सुन्दर रचना... <BR/>वैसे..किसी ने कहा है.. जड को चेतन करने के लिये<BR/>"एहसास मर न जाये<BR/> तो इन्सान के लिये<BR/> काफ़ी है राग की<BR/> इक ठोकर लगी हुयी"Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-64979709315723846972007-04-16T12:04:00.000+05:302007-04-16T12:04:00.000+05:30'मेहरबानी मेरे दोस्त मुझे मुझ से मिला दियाखोज रही ...'मेहरबानी मेरे दोस्त मुझे मुझ से मिला दिया<BR/>खोज रही थी भीड में जिसे ,उसे खुद में दिखा दिया.<BR/>तुम मिल गए तो राहें बदल गयीं<BR/>मेहरबानी मेरे दोस्त नये रास्ते दिखा दिये'<BR/><BR/>दिल को छु गई आपकी कविता.Poonam Misrahttps://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80826620657728719012007-04-16T11:16:00.000+05:302007-04-16T11:16:00.000+05:30'कितना सुख है बन्धन में ?''कितना सुख है बन्धन में ?'अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-83102366369506421042007-04-16T11:15:00.000+05:302007-04-16T11:15:00.000+05:30आपके इस दोस्त की मुझे भी तलाश है । उसका शुक्रिया अ...आपके इस दोस्त की मुझे भी तलाश है । उसका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं ।ravishndtvhttps://www.blogger.com/profile/02492102662853444219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-85082731359760415982007-04-16T11:02:00.000+05:302007-04-16T11:02:00.000+05:30अनुभूतियां हमें भी होती हैं - पर इतनी बढिया लेखनी ...अनुभूतियां हमें भी होती हैं - पर इतनी बढिया लेखनी कहां मिलती है?<BR/>नया आयाम मिलने पर एक उन्मुक्तता का भाव आता है, फिर वह आयाम भी कम पडता है - उन्मुक्तता की सीमा नहीं होती. जीवन एक और नया आयाम खोजने में जुट जाता है... अब यह कविता में कैसे लिखें!<BR/>(By the way, my mother asks : चौलाई का लड्डू कैसे बनता है?)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-16020399865460931742007-04-16T10:23:00.000+05:302007-04-16T10:23:00.000+05:30बहुत सुन्दर रचना। इमोशन्स को सटीक शब्दों से साथ व्...बहुत सुन्दर रचना। <BR/>इमोशन्स को सटीक शब्दों से साथ व्यक्त किया है। <BR/><BR/>बहुत सुन्दर।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-9972088875192735752007-04-16T08:07:00.000+05:302007-04-16T08:07:00.000+05:30" मूक थी मैं अब तक, तूने मुझे शब्दों से भर दिया"बह..." मूक थी मैं अब तक, तूने मुझे शब्दों से भर दिया"<BR/><BR/>बहुत खूब, यह सिर्फ़ चंद शब्द नहीं पूरी एक अनुभूति है चाहें शब्दों को देखें या फ़िर शब्दों से पार जाकर भाव को देखें।<BR/>सुंदर रचनाSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-16671232048623343302007-04-16T07:11:00.000+05:302007-04-16T07:11:00.000+05:30बहुत खूबसूरत ..बस आप ऎसे ही लिखते रहो.बहुत खूबसूरत ..बस आप ऎसे ही लिखते रहो.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-80448052998225098812007-04-16T06:39:00.000+05:302007-04-16T06:39:00.000+05:30मेहरबानी मेरे दोस्त जो मरने के लिए तूने मुझे जिला ...<I>मेहरबानी मेरे दोस्त जो मरने के लिए तूने मुझे जिला दिया,<BR/>सतरंगी आसमाँ में संग उड़ कर इक नया जहां दिखा दिया,<BR/>फिर पंख कतर कर मेरे इस धरती पर ला दिया,<BR/>बन्धन सारे काट तूने मुझे जीना सिखा दिया,<BR/></I><BR/><BR/>बहुत सुन्दर रचना लिखी है ये। माफ कीजियेगा अगर मैने सुबह सुबह आपको रूला दियाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38818012.post-2608474803343505412007-04-16T06:32:00.000+05:302007-04-16T06:32:00.000+05:30जड़वत थी मैं अब तक तूने हिला दिया,मर मर कर जी रही थ...जड़वत थी मैं अब तक तूने हिला दिया,<BR/>मर मर कर जी रही थी, जी जी कर मरना सिखा दिया ।<BR/><BR/><BR/>---बहुत उत्तम रचना के लिये बधाई!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com